Thursday, June 12, 2014

देष एवं राज्य के मानव विकास में बड़ी रूकावट बाल श्रम

कोडरमाः 12 जून। विष्व बालश्रमरोधी दिवस के मौके पर सुन्दरनगर स्थित समर्पण कार्यालय में क्रेज के सदस्यों के साथ बैठक की गई। बैठक की अध्यक्षता अधिवक्ता षिवनंदन कुमार शर्मा ने की। बैठक में जिला में व्याप्त बाल श्रमिकों की समस्या एवं प्रषासन द्वारा बाल श्रमिकों की रोकथाम के लिए चलाये जा रहे मात्र कागजी कार्रवाई को लेकर चर्चा की गयी। बैठक में चर्चा किया गया कि बाल श्रम एक सामाजिक समस्या है तथा देष एवं राज्य के मानव विकास में बड़ी रूकावट है। लेकिन, कोडरमा एवं कोडरमा के बाहर आज सैकड़ों की संख्या में कोडरमा के बच्चे होटलों, ढाबों, कारखानों, ईट भट्ठों, क्रषरों एवं अधिकारियों एवं अन्य बाबूओं के घरों में घरेलू नौकर के रूप में नियोजित हैं। इसकी रोकथाम के लिए कानून है लेकिन, अधिकारियों एवं समाज के लोगों में संवेदनषीलता के अभाव के कारण आज यह धंधा बेरोकटोक जारी है। बैठक में अभी हाल ही में बंगलूरू से लाये गये बच्चों को पुर्नवासित नहीं किये जाने का भी मामला उठाया गया। वहीं, जिला में बाल कल्याण समिति मार्च 2013 से स्थगित रहने, जिला में समेकित बाल संरक्षण योजना का सही अनुपालन नहीं होने, बाल व्यापार से संबंधित एक भी मामला समाज कल्याण विभाग में नहीं होने, निःषुल्क एवं अनिवार्य षिक्षा अधिकार अधिनियम आदि बिन्दुओं पर चर्चा की गई। बैठक में योजनाओं को सही तरीके से अनुपालन कराने, कोडरमा को बालश्रम मुक्त बनाने, टोल फ्री नं0 18003456526 का अधिकाधिक प्रयोग व प्रसार करने सहित कई निर्णय लिये गये। 
बैठक में समर्पण के सचिव इन्द्रमणि साहू, बसंती देवी, कल्याण फाउंडेषन के मेरियन सोरेन, विजय यादव, मोनू कुमार, आदित्य नंदन शर्मा, आषीष कुमार, मंजू देवी, सुनिता देवी आदि उपस्थित थे। 

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