Sunday, September 29, 2013

बाल अधिकारों के संरक्षण में पुरूषों की जिम्मेदार पिता के रूप में भूमिका विषय पर एकदिवसीय सेमिनार का आयोजन

Koderma, 29 सितंबर 2013। स्वयंसेवी संस्था समर्पण, सीएचएसजे, New Delhi एवं फेम झारखंड के संयुक्त तत्वावधान में जयनगर स्थित तुफान पुस्तकालय भवन में आज बाल अधिकारों के संरक्षण में पुरूषों की जिम्मेदार पिता के रूप में भूमिका  विषय पर एकदिवसीय प्रखंडस्तरीय सेमिनार का आयोजन किया गया। जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में जिला विधिक सेवा प्राधिकार के बालेष्वर राम, विषिष्ठ अतिथि ज्ञान विज्ञान समिति के सचिव जयप्रकाष यादव, अतिथि अल्पसंख्यक मोर्चा के जिलाध्यक्ष मो0 गुलाम सरवर, वरिष्ठ समाजसेवी राजेन्द्र प्रसाद सिंह सुमन, संस्था सचिव इन्द्रमणि साहू आदि उपस्थित थे।
सेमिनार में भारी संख्या में नौजवान एवं महिलाएं उपस्थित थे। सेमिनार को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि बालेष्वर राम ने कहा कि देष में हिंसाएं लगातार बढ़ रही हैं। घर हो या बाहर आज महिलाएं व बच्चे कहीं सुरक्षित नहीं हैं। उनके सुरक्षित बचपन व जिंदगी देने के लिए हम परूषों को अपनी सोच और व्यवहार में सकारात्मक बदलाव लाना होगा। उन्होंने भेदभाव रहित व हिंसा मुक्त परिवार व समाज बनाने के लिए समाज को आगे आने की बात कही।
अल्पसंख्यक मोर्चा के जिलाध्यक्ष मो0 गुलाम सरवर ने कहा कि हिंसा व भेदभाव एक सामाजिक समस्या है और इसका समाधान कानून से नहीं हो सकता बल्कि समाज के जरिए ही हो सकता है। जयप्रकाष यादव ने कहा कि बच्चे आज शारीरिक शोषण होने के साथ-साथ भावनात्मक रूप से भी शोषित हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि समाज में जेंडर समानता कायम करना अतिआवष्यक है। महिलाओं के साथ-साथ पुरूषों को भी इसके लिए आगे आने की जरूरत है।
संस्था सचिव इन्द्रमणि साहू ने विषय प्रवेष कराते हुए कहा कि एक पुरूष या पिता की भुमिका सिर्फ पैसा कमाना, संसाधन जुगाड़ करना या घर-परिवार में अनुषासन बनाए रखना नहीं है बल्कि उनकी जबावदेही व जिम्मेदारी इससे इतर भी है। उन्होंने कहा कि पिता का मतलब आज बच्चों के मन में डर पैदा करने वाला शब्द हो गया है। जबकि, एक पिता को अपने घर के महिलाओं, पत्नी व बच्चों के बीच भावनात्मक तरीके से भी वजूद कायम करने की जरूरत है।
सेमिनार में मुख्य रूप से पंसंस रामदेव राम, वार्ड सदस्य राजकुमार सिंह, मंजू देवी, सुनिता देवी, बसंती देवी, सतीष मालाकार, कुसूम देवी, विजय राम, शबाना खातुन, रितू देवी, ममता सिंह, मनिषा सोनी, पुष्पा देवी, मजबून निषा, मीना देवी सहित करीब तीन दर्जन लोगों ने भाग लिया। संचालन प्रखंड समन्वयक आषीष कुमार एवं धन्यवाद ज्ञांपन राजेन्द्र प्रसाद सिंह सुमन ने किया।

Saturday, September 21, 2013

लोकतंत्र में बच्चों की भागीदारी बढ़ाने हेतु प्रखंडस्तरीय बाल संसद का आयोजन





बाल अधिकार जागरूकता अभियान अंतर्गत स्वयं सेवी संस्था समर्पण एवं जागो फाउंडेषन के संयुक्त तत्वावधान में लोकतंत्र में बच्चों की भागीदारी बढ़ाने हेतु प्रखंडस्तरीय बाल संसद का आयोजन किया गया। जिसमें इंदरवा एवं लोकाई पंचायत के 7 मध्य विधालयों के बाल संसदों ने भाग लिया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि जिला विधिक सेवा प्राधिकार के बालेष्वर राम, विषिष्ठ अतिथि क्रेज के राज्य समन्वयक जेरोम जेराल्ड कुजूर, प्रधानाध्यापक सुभाष चंद्र, स्कूल प्रबंधन समिति के ईष्वर राम, समर्पण के सचिव इन्द्रमणि साहू एवं रंगकर्मी डीएमडी अल्गुन्दिया आदि उपस्थित थे।
कार्यक्रम के प्रथम सत्र में अतिथियों ने बच्चों को संबोधित किया वहीं दूसरे सत्र में बच्चों द्वारा  संसदीय सत्र का आयोजन किया गया। जिसमें अध्यक्ष की भुमिका में पंकज कुमार, प्रधान मंत्री करिष्मा कुमारी, स्वास्थ्य एवं पोषाहार मंत्री लक्ष्मी कुमारी, जल मंत्री विकास कुमार, बागवानी एवं पर्यावरण मंत्री गुडिया कुमारी एवं विपक्ष की भुमिका में नीतु कुमारी, सुनैना कुमारी, कालिका कुमारी, रेखा कुमारी, तेजनी कुमारी एवं रिंकी कुमारी आदि की भुमिका सराहनीय रही। कार्यक्रम के माध्यम से मध्याहन भोजन, शौचालय, चाहरदिवारी, पेयजल, पौषाक आदि सहित कई मामले उठाये गये।

Friday, September 6, 2013

Child Right Awareness Campaign: An Achievement.

बाल अधिकार जागरूकता अभियान के तहत संस्था द्वारा किये गये अथक प्रयास के बाद कोडरमा जिला अंतर्गत लोकाई एवं चितरपुर स्थित बिरहोर टोला के बच्चे अब स्कूल जाने लगे हैं। हलांकि, आज भी नियमित माॅनिटरिंग नहीं होने पर छीजन की आषंका बढ़ जाती हैं।

nukkad natak for awareness.



सांस्कृतिक संस्था समर्पण के कला जत्था द्वारा कोडरमा जिला अंतर्गत सतगावां, डोमचांच, मरकच्चो एवं जयनगर प्रखंड अंतर्गत कुल 51 प्रमुख स्थलों/गांवों में क्षेत्रीय भाषा में नुक्कड़ नाटक एवं गीत-ंउचयसंगीत के माध्यम से लोगों को विकासषील योजनाओं व नीतियों की जानकारी दी गयी।  पिछले साल 120 प्रमुख स्थलों पर नुक्कड़ नाटक कार्यक्रम का आयोजन कर लोगों को मनोरंजक तरीके से योजनाओं की जानकारी दी गयी थी। इस साल इस कार्यक्रम के तहत लोगों को मनरेगा, नषापान के दुष्परिणाम, मुख्यमंत्री लक्ष्मी लाड़ली योजना, सूचनाधिकार अधिनियम, वनाधिकार कानून, डायन, जननी सुरक्षा योजना, सेवा देने की गारंटी अधिनियम, दहेज, बाल विवाह आदि की जानकारी दी गयी। संस्था द्वारा यह कार्यक्रम पिछले 8 वर्षो से किया जा रहा है। जिससे लोगों में जागरूकता आ रही है और उनकी पहुंच योजनाओं तक हो रही है।
कार्यक्रम को सफल बनाने में सूचना एवं जनसंपर्क विभाग के अलावे स्थानीय पंचायत जनप्रतिनिधियों की भुमिका सराहनीय रही। कार्यक्रम का संचालन व नेतृत्व संस्था सचिव इन्द्रमणि साहू एवं रंगकर्मी डीएमडी अल्गुन्दिया के द्वारा किया गया। कलाकारों में मुख्य रूप से राज किषोर सिंह, बसंती, मेरियन, मोनू, जितेन्द्र सिंह, मण्डे, रिंकी कुमारी, नागेष्वर सिंह, गौतम कुमार, मंगर पंडित आदि की भुमिका सराहनीय रही।