Wednesday, February 26, 2014

बिगहा में जय बजरंग किसान क्लब का उदघाटन

जयनगरः 26 फरवरी। स्वयंसेवी संस्था समर्पण एवं नाबार्ड द्वारा बिगहा गांव में गठित जय बजरंग किसान क्लब का कार्यालय का उदघाटन आज गांव के सबसे बुर्जग व्यक्ति राम विलास गिरि ने फीता काटकर एवं दीप प्रज्जवलित कर किया। मौके पर बैंक आॅफ इंडिया, बांझेडीह शाखा प्रबंधक मनीष कुमार, वरिष्ठ समाजसेवी आर्य राज किषोर मोदी, संस्था सचिव इन्द्रमणि साहू एवं पंचायत समिति सदस्य मौलाना अब्दूल रउफ, वार्ड सदस्य हरिषंकर गिरि आदि लोग उपस्थित थे। 
मौके पर उद्घाटन समारोह को संबोधित करते हुए शाखा प्रबंधक श्री कुमार ने कहा कि इस गांव क्लब के खुलना बहुत ही सौभाग्य की बात है। उन्होंने इस क्लब का संचालन पूरी ईमानदारी और पारदर्षित के साथ संचालन करने की सलाह दी।
समाजसेवी आर्य राज किषोर मोदी ने कहा कि आज किसानों की जमीन कई हिस्सों व टुकड़ों में बंट गये हैं जिससे वे मनमाफिक खेती नहीं कर पा रहे हैं। मनमाफिक तरीके से खेती करने और आगे बढने के लिए उन्होंने खेतों की चकबंदी करने की सलाह दी। उन्होंने संस्था के कार्याे की सराहना करते हुए कहा कि गांव-गांव में किसान क्लब बनाकर किसानों को जागरूक व गोलबंद करने का यह प्रयास अनुकरणीय है। 
पंसस मौलाना अब्दूल रउफ ने कहा कि क्लब बना लेने या कार्यालय मात्र खोलने से गांव का विकास नहीं होगा बल्कि, की जिम्मेवारी, ईमानदारी और पूरी निष्ठा से कार्य कर योजनाओं को गांव तक लाने से गांव का विकास होगा। उन्होंने कहा कि कल्ब के सदस्यों की जिम्मेवारी दोगुनी हो गयी है। 
संस्था सचिव इन्द्रमणि ने कल्ब गठन के उद्देष्यों, मूल्यों एवं भावी रणनीति के बारे में विस्तार से चर्चा करते हुए कहा कि खेतों के जरिए किसानों के जीवन में हरियाली लाने के उद्देष्य से ही किसान क्लब का गठन किया गया है। इस कल्ब को एक प्रेषर ग्रुप के रूप में काम करना होगा तभी सरकार की योजना गांव तक आयेगी।
सांसद प्रतिनिधि कालेन्द्र गिरि ने कहा कि आधुनिक तरीके से खेती करने से ही किसान आत्मनिर्भर होंगे। 
समारोह में मुख्य रूप से क्लब के अध्यक्ष सुरेन्द्र सिंह, सचिव अरूण कुमार सिंह, कोषाध्यक्ष बाबुलाल पासवान, समर्पण के प्रोग्राम काॅर्डिनेटर आषिष कुमार, सुधीर सिंह, विनोद पासवान, कैलाष पासवान, सुधीर गिरि, अनिल सिंह, संदीप सिंह, ललन सिंह, राम विलास सिंह, मुनेष्वर सिंह, संदीप सिंह सहित दर्जनों लोगों ने भाग लिया। 
संचालन रविन्द्र गिरि एवं धन्यवाद ज्ञांपन अरूण कुमार ने किया।

Tuesday, February 25, 2014

जीवन में खुषहाली लाने के लिए जन चेतना, जल चेतना और वन चेतना जरूरी

जयनगरः 25 फरवरी। स्वयंसेवी संस्था SAMARPAN एवं NABARD के संयुक्त तत्वावधान में आज कृषि विज्ञान केंद्र के सभागार में तीन किसान क्लबों का आधारस्तरीय परिचयात्मक प्रषिक्षण षिविर का आयोजन किया गया। जिसमें भारती किसान क्लब, नईटांड, बजरंग किसान क्लब, रूपायडीह एवं नूरी किसान क्लब, रघुनियाडीह शामिल है। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि जिला कृषि पदाधिकारी सुरेन्द्र सिंह, नाबार्ड के डीडीएम भास्कर मिर्धा, कृषि विज्ञान केंद्र के प्रोग्राम काॅर्डिनेटर डा0 वि0 के0 सिंह, वरिष्ठ समाजसेवी आर्य राजकिषोर मोदी एवं संस्था सचिव इन्द्रमणि साहू आदि उपस्थित थे। 
मुख्य अतिथि सुरेन्द्र सिंह ने कहा कि आज जीवन में खुषहाली लाने के लिए जन चेतना, जल चेतना और वन चेतना जरूरी है। उन्होंने कहा कि प्राकतिक जल संरक्षण जरूरी है, इसके लिए गांव का पानी गांव में, खेत का पानी खेत में और खेत की मिट्टी खेत में रखने की सख्त जरूरत है। उन्होंने श्रीविधि से खेती करने, समय-समय पर बीजापचार करने, केचुआ खाद ईकाई की स्थापना करने एवं नये तकनीक के जरिए खेती करने पर बल दिया। 
डीडीएम भास्कर मिर्धा ने कहा कि जिला व राज्य में खेती के क्षेत्र में योजनाओं  एवं पैसों की कमी नहीं है। बैंक एवं विभाग द्वारा कई तरह के लाभ किसानों के दिये जा रहे हैं लेकिन, जागरूकता के अभाव में वे लाभ नहीं ले पा रहे हैं। उन्होंने कहा कि खेतों के जरिए जीवन में हरियाली लाने के उद्देष्य से संस्था द्वारा की जा रही यह पहल काफी सराहनीय है। उन्होंने नई तकनीक के जरिए खेती करने, सामुहिक निर्णय और सामुहिक खेती करने पर विषेष जोर दिया।
वरिष्ठ समाज सेवी आर्य राज किषोर मोदी ने कहा कि आज खेतो का आकार छोटा हो गया है। जिससे वैज्ञानिक तरीके व तकनीकी ढंग से खेती करने में अड़चने आ रही है, इन अड़चनों से उबरने के लिए चकबंदी जरूरी है। उन्होंने किसानों को जैविक, जीवंत व सतत-संरक्षित कृषि प्रणाली पर विषेष प्रकाष डाला। 
कृषि वैज्ञानिक डा. बीके सिंह ने श्रीविधि, टपक सिचाई प्रणाली, पाली हाउस के जरिए खेती की संभावनाओं पर विषेष प्रकाष डाला और कहा कि आज किसान उपेक्षित है और कृषि कार्य घाटे की चीज हो गया है। इसके पीछे हमारा पुरानी मानसिकता व पुराना तकनीक जिम्मेवार है। 
कार्यक्रम में मुख्यरूप से मीना देवी, नारायण शर्मा, भीखी पासवान, खेमन साव, सतीष मालाकार, आत्मा के बीटीएम संतोष कुमार सिंह, कृषि विषेषज्ञ मनिष कुमार, अफाक खान, रहमान खान, मुखिया किषोर साव, विजय कुमार पंडित, विनोद साव, वज्रभूषण साव, संतोष राम, दामोदर साव, चंद्रिका यादव, चन्द्रिका साव सहित 60 किसानों ने भाग लिया।

Tuesday, February 18, 2014

गावं को हरा भरा बनाये रखने पर बिचार-मंथन

दिनांक 18  Feb. को समर्पण के द्वारा आयोजित New Vikas Kisan Club
की बैठक में गावं को हरा भरा बनाये रखने पर बिचार-मंथन करते हुए Chehal (Jainagar) के किसान।

Wednesday, February 12, 2014

राष्ट्रीय पर्यावरण जागरूकता अभियान के तहत जैव विवधता संरक्षण विषय अभियान

कोडरमाः 12 फरवरी। राष्ट्रीय पर्यावरण जागरूकता अभियान 2013-14 के तहत स्वयंसेवी संस्था समर्पण एवं बिरवा के संयुक्त तत्वावधान में आज सलैयडीह मध्य विधालय प्रागंण में जैव विवधता संरक्षण विषय पर नुक्कड़ नाटक सह बैठक का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में मुख्य रूप से वरिष्ठ समाजसेवी आर्य राज किषोर मोदी, पंसस तारा देवी, सेवानिवृत प्रधानाध्यापक बहादुर प्रसाद, मोती यादव, भीखी यादव, विजय यादव, प्रसादी यादव, तुलसी साव, वार्ड सदस्य राजकुमार पासवान, प्रकाष साव, संस्था सचिव इन्द्रमणि साहू सहित इंदरवा, चीतरपुर एवं सलैयडीह के सैकड़ों ग्रामीणों व बच्चों ने भाग लिया। 
आयोजित नुक्कड़ नाटक एवं बैठक में खदानों-क्रषरों की बढ़ती संख्या एवं उजड़ते जंगल से होने वाले दुष्परिणाम पर चर्चा किया गया। आर्य राजकिषोर मोदी ने कहा विज्ञान के गलत प्रचार, अज्ञानता तथा उत्पादन वृद्धि की लालसा से किसानों ने रासायनिक खेती की पद्धति को बड़े पैमाने पर अपनाया है। इससे आने वाले दिनों में हम सबों को भयंकर खतरों का सामना करना पडेगा। उन्होंने कहा कि चकबंदी आज समय की मांग है। चुंकि, किसानों की जमीन टुकड़े-टुकडे़ में बंट गया है। जिससे वह मनमाफिक खेती नहीं कर पा रहे हैं। 
नाटक में औषधि पौधों से होने वाले लाभ, रासायनिक खाद, हाईब्रीड बीज एवं कीटनाषक दवा से होने वाले दुष्परिणाम को बाखूबी प्रदर्षित किया एवं केचुआ खाद से सतत व जैविक खेती करने पर बल दिया गया। कलाकारों ने जंगल नहीं काटने, फलदार वृक्ष व औषधीय पौधों का अत्यधिक वृक्षारोपन करने एवं देषज तकनीक व बीज के संरक्षण पर बल दिया। वहीं बैठक में गांव में किसान क्लब एवं वन सुरक्षा समिति बनाकर इस प्रक्रिया को तेज करने का निर्णय लिया गया।
कलाकारों में मुख्यरूप से राजकिषोर सिंह, जितेन्द्र सिंह, बसंती देवी, आषा देवी, राजू, नागेष्वर सिंह, आषीष कुमार, नारायण शर्मा, विजय, राजीव कुमार सिंह, मेरियन सोरेन आदि ने जीवंत भुमिका निभाई। यह कार्यक्रम अगामी 15 फरवरी तक विभिन्न गांवों में किया जायेगा।
   

Tuesday, February 11, 2014

सरकार की विकासात्मक नीतियों, योजनायों एवं कार्यक्रमों के व्यापक प्रचार-प्रसार हेतु गीत-नाट्य कार्यक्रम


11 Feb. 2014. समर्पण की और से सरकार की विकासात्मक नीतियों,
योजनायों एवं कार्यक्रमों अर्थात सुचना का अधिकार, जननी सुरक्षा, एड्स, शिक्षा का अधिकार अधिनियम, वनाधिकार कानून आदि  के व्यापक प्रचार-प्रसार हेतु गीत-नाट्य कार्यक्रम (हज़ारीबाग़ जिले के बरही, बरकट्ठा, पद्मा एवं चतरा के ईटखोरी ब्लाक मे.) आज समापन हो गया. 


Monday, February 3, 2014

अनुसूचित जाति, अनुसूचित जन जाति के अधिकारों को लेकर एकदिवसीय संगोष्ठी का आयोजन

कोडरमाः 3 फरवरी। दलित अधिकार सुरक्षा मंच, समर्पण, वीर झारखंड विकास सेवा मंच एवं निदान संस्थान के संयुक्त तत्वावधान में आज स्थानीय वर्णवाल सेवा सदन, कोडरमा में अनुसूचित जाति, अनुसूचित जन जाति के अधिकारों को लेकर एकदिवसीय संगोष्ठी का आयोजन किया गया। जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में मंच के प्रांतीय संयोजक बिनोद कुमार उपस्थित हुए। उन्होंने कहा कि सर्वहारा वर्ग का जमीन लूट लेना, उनके बहु-बेटे-बटियों को नौकर-नौकरानी बनाकर रखना, सरकारी स्कूलों में हमारे बच्चों को क्वालिटी एडुकेषन नहीं मिलना भी एट्रोसिटी एक्ट का ही हिस्सा है। जरूरत है सर्वहारा वर्ग को जगने और उनकी लड़ाई तेज करने का। उन्होंने कहा योजनाओं व नीतियों को शत-प्रतिषत ग्रासरूट में अनुपालन होने से विकास दिखने लगेगा। इसे जमीन पर उतारने के लिए सामुहिक नेतृत्व, श्रम दान, हर माह संवाद चक्र चलाना एवं जिला में लिगल एड कमिटि एवं सलाहकार कमिटी बनाकर काम करने की सलाह दी और उक्त कमिटी बना भी। जिसमें जिले के अधिवक्ताओं एवं समाज चिंतकों को शामिल किया गया। 
बसपा के जिलाध्यक्ष प्रकाष अम्बेदकर ने कहा कि सामंतवादी व्यवस्था और इससे उपजे व्यवस्थागत खामियों को उखाड़ फेकना पड़ेगा। 
जिला विधिक सेवा प्राधिकार के बालेष्वर राम ने संवैधानिक व सामाजिक अधिकारों को लेकर काफी चर्चा की और कहा कि मात्र षिक्षित होने से विकास संभव नहीं है बल्कि, मानसिक सोच में परिवर्तन लाना जरूरी है। 
दलित चिंतक दिनेष कुमार दास ने कहा कि आज भी दलित समाज हाषिये पर है। उन्होंने कहा कि कानून का अनुपालन जिला में नहीं हो रहा है। 
आर्य राज किषोर मोदी ने कहा कि हमें जाति से उपर उठकर काम करने की जरूरत है। उन्होंने शराब के विरूद्ध एवं चकबंदी के लिए अभियान चलाने की बात कही। 
अधिवक्ता सह जिला अभिभावक संध के जिलाध्यक्ष राज कुमार सिंह ने कहा कि आज पढे-लिखे फौज खड़ा करने की जरूरत है। उन्होंने षिक्षा अधिकार कानून को जिला में शत प्रतिषत अनुपालन कराने के लिए हर नागरिक को सामाजिक दायित्व के रूप में लेना चाहिए।
अधिवक्ता षिवनंदन शर्मा एवं भुनेष्वर राणा ने कहा कि थाना में एट्रोसिटी के मामले दर्ज तो होते हैं पर अधिकारियों पर राजनीतिक दवाब पड़ने पर उन्हें मजबूरन मामले को झूठे करार कर दिये जाते हैं। 
वार्ड पार्षद अषोक कुमार यादव ने बीपीएल में भारी गड़बड़ी का मामलों को उजागर किया। 
युवा राजद के प्रदेष सचिव सह अनुसूचित जाति-जनजाति निवारण समिति सदस्य अषोक कुमार दास ने कहा कि विषेष अंगीभूत योजनाओं में भारी गड़बड़ी है। उन्होंने कहा कि एट्रोसिटी मामले जो दर्ज हो रहे हैं उस पर उचित मुवाअजा भी नहीं मिल रहा है। 
सिविल सोसाईटी के राम किषुन सुंडी ने कहा कि आज दलित समाज में अज्ञान, आषक्ति और अभाव के विरूद्ध काम करने की जरूरत है। उन्होंन गाय, माय और धरती की रक्षा करने की बात कही। 
कार्यक्रम में मुख्य रूप से समर्पण के कार्यक्रम समन्वयक आषीष कुमार, नारायण शर्मा, अधिवक्ता रीना कुमारी, अजय कुमार, पवन पासवान, रेणु वर्णवाल, भोला प्रसाद यादव, सुरेन्द्र प्रसाद, रेणु पांडेय, संजय कुमार, योगेन्द्र गुप्ता, दिलीप कुमार, सत्येन्द्र प्रसाद, तुलसी कुमार साव, बसंती देवी, मीना देवी, सुनिता देवी, देवराज रविदास, नरेष कुमार मोदी, रामू वर्णवाल, मुखिया मंजू देवी, मनोज पासवान संगीता, कल्याण फाउंडेषन के मेरियन सोरेन सहित कोडरमा, चंदवारा, मरकच्चो, जयनगर एवं डोमचांच प्रखंड के 6 दर्जन लोगों ने भाग लिया।
इस संवाद चक्र की अगली बैठक चंदवारा में दिनांक 16 फरवरी एवं 28 फरवरी को मरकच्चो में करने  का निर्णय लिया। 
कार्यक्रम का संचालन समर्पण के सचिव इन्द्रमणि साहू एवं धन्यवाद ज्ञांपन निदान संस्थान के सुनिल कुमार ने किया।