Wednesday, February 12, 2014

राष्ट्रीय पर्यावरण जागरूकता अभियान के तहत जैव विवधता संरक्षण विषय अभियान

कोडरमाः 12 फरवरी। राष्ट्रीय पर्यावरण जागरूकता अभियान 2013-14 के तहत स्वयंसेवी संस्था समर्पण एवं बिरवा के संयुक्त तत्वावधान में आज सलैयडीह मध्य विधालय प्रागंण में जैव विवधता संरक्षण विषय पर नुक्कड़ नाटक सह बैठक का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में मुख्य रूप से वरिष्ठ समाजसेवी आर्य राज किषोर मोदी, पंसस तारा देवी, सेवानिवृत प्रधानाध्यापक बहादुर प्रसाद, मोती यादव, भीखी यादव, विजय यादव, प्रसादी यादव, तुलसी साव, वार्ड सदस्य राजकुमार पासवान, प्रकाष साव, संस्था सचिव इन्द्रमणि साहू सहित इंदरवा, चीतरपुर एवं सलैयडीह के सैकड़ों ग्रामीणों व बच्चों ने भाग लिया। 
आयोजित नुक्कड़ नाटक एवं बैठक में खदानों-क्रषरों की बढ़ती संख्या एवं उजड़ते जंगल से होने वाले दुष्परिणाम पर चर्चा किया गया। आर्य राजकिषोर मोदी ने कहा विज्ञान के गलत प्रचार, अज्ञानता तथा उत्पादन वृद्धि की लालसा से किसानों ने रासायनिक खेती की पद्धति को बड़े पैमाने पर अपनाया है। इससे आने वाले दिनों में हम सबों को भयंकर खतरों का सामना करना पडेगा। उन्होंने कहा कि चकबंदी आज समय की मांग है। चुंकि, किसानों की जमीन टुकड़े-टुकडे़ में बंट गया है। जिससे वह मनमाफिक खेती नहीं कर पा रहे हैं। 
नाटक में औषधि पौधों से होने वाले लाभ, रासायनिक खाद, हाईब्रीड बीज एवं कीटनाषक दवा से होने वाले दुष्परिणाम को बाखूबी प्रदर्षित किया एवं केचुआ खाद से सतत व जैविक खेती करने पर बल दिया गया। कलाकारों ने जंगल नहीं काटने, फलदार वृक्ष व औषधीय पौधों का अत्यधिक वृक्षारोपन करने एवं देषज तकनीक व बीज के संरक्षण पर बल दिया। वहीं बैठक में गांव में किसान क्लब एवं वन सुरक्षा समिति बनाकर इस प्रक्रिया को तेज करने का निर्णय लिया गया।
कलाकारों में मुख्यरूप से राजकिषोर सिंह, जितेन्द्र सिंह, बसंती देवी, आषा देवी, राजू, नागेष्वर सिंह, आषीष कुमार, नारायण शर्मा, विजय, राजीव कुमार सिंह, मेरियन सोरेन आदि ने जीवंत भुमिका निभाई। यह कार्यक्रम अगामी 15 फरवरी तक विभिन्न गांवों में किया जायेगा।
   

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