Monday, February 27, 2017

टाइगर क्लब के सदस्यों के लिए एकदिवसीय दक्षतावर्द्धन कार्यषाला का आयोजन

समर्पण की ओर से माइका-माइंस एरिया में गठित टाइगर क्लब के सदस्यों के लिए एकदिवसीय दक्षतावर्द्धन कार्यषाला का आयोजन पंचायत भवन ढोढ़ाकोला में किया गया। अध्यक्षता समाजसेवी सरयु सिंह ने किया। कार्यषाला में क्लब के उद्देष्यों, मूल्यों, सदस्यता के शर्तो, सदस्यों की जबाबदेही-जिम्मेवारी एवं आगे की रणनीति पर चर्चा किया गया।

संस्था सचिव इन्द्रमणि साहू ने कहा कि इस एरिया में समस्याओं का अंबार है। इसे दूर करने के लिए क्लब को पहल करने की जरूरत है। तभी क्लब की पहचान बनेगी। इसके लिए सामुहिक निर्णय एवं सामुदायिक विकास की अवधारणा को अपनाना होगा।
सरयू सिंह ने कहा कि अपनी दक्षता बढ़ाने के साथ-साथ स्वयं का व्यवहार परिवर्तन जरूरी है। उन्होंने कहा कि स्थानीय समस्याओं को लेकर जब क्लब पहल करेगी तो उसमें हम सभी ग्रामीणों का सहयोग रहेगा।

Wednesday, February 22, 2017

माइका-मांइस क्षेत्र के बच्चे अब स्कूल में .......समुदाय एवं संस्था के लिए खुषी की बात........

डोमचांच के माइका-मांइस क्षेत्र के बच्चों को स्कूल से जुड़ा न होना बड़ी समस्या नहीं है बल्कि, बड़ी समस्या है स्थायी आजीविका की व्यवस्था करना। आर्थिक तंगी के कारण अभिभावक चाह कर भी अपने बच्चों को स्कूल नहीं भेज पाते हैं। नियमित रूप से बच्चों को स्कूल भेजना उनके लिए प्राथमिकता नहीं है। प्राथमिकता है दो जून की रोटी का जुगाड़ किसी तरह कर लेना। जिंदगी दांव पर लगाकर छोटे-बड़े खदानों में घुसकर माईका (स्क्रेप) निकालना इनका रोज का डियूटी है। उस पर भी सरकार या जिला प्रषासन की ओर से उन्हें परेषान किया जाता है। 
जब हम यह सुनते हैं कि देष में गरीबी, अषिक्षा, भुखमरी, बेरोजगारी, भ्रष्टाचार, मंहगाई में कमी आ रही है और संचार सुविधा, पानी, बिजली, यातायात की सुविधाओं में सुधार हो रहा है। यह बात तब कोरी कल्पना सी लगती है तब, जब हम डोमचांच के माइका-माइंस एरिया को देखते हैं। सरकार की नीतियां व कानून इस इलाके के लोगों के लिए फिलहाल किसी काम का नहीं है। पंचायत को स्थानीय मसलों को लेकर गंभीर और जवाबदेह होने की जरूरत है। 
इस इलाकों में दलालों व मानव तस्करों की भी अपनी चलाकी खूब चलती है। लोभ-लालच एवं प्रलोभन में ऐसे गरीब मां-बाप को फंसने में देरी नहीं लगती है। इस इलाके से पहले से भी बच्चे महानगरों में जाते रहे हैं। संस्था द्वारा चाइल्डलाइन का भी संचालन किया जा रहा है। इससे अब दलालों या मानव तस्करों में खौफ हैं। बच्चे व अभिभावव भी अब बाल तस्करी और बाल व्यापार के मुद्दों को समझने लगे हैं। किषोरी क्लब बनने एवं महिला मंडल के गठन होने से किषोरियां एवं महिलाएं मुखर हो रही हैं। उनके अंदर चुनौतियों का सामना करने का हिम्मत और आत्मविष्वास बढ़ रहा है। अपने उपर होने वाले शोषण से मुक्ति के लिए संधर्ष की प्रक्रिया शुरू कर दिया है। इस प्रक्रिया को ओर तेज किया जाना है। तभी, इस इलाके में शोषण से लोग मुक्त होंगे और स्थायी विकास का जड़ मजबूत भी। जैसे-जैसे लोग संगठित हो रहे हैं, जागरूकता का परिचय दे रहे हैं चीजों व जमाने को समझ रहे हैं वैसे-वैसे क्षेत्र में बदलाव भी दिख रहा है। अब ढिबरा छोड़कर किषोरियां व बच्चे अब स्कूल जाना प्रारंभ कर दिया है। यह यहां के समुदाय एवं संस्था के लिए खुषी की बात है। 

लोकाई बिरहोर टोला स्थित आंगनबाड़ी केंद्र को मॉडल आंगनबाड़ी बनाने हेतु आम सभा का आयोजन..

समर्पण की ओर से लोकाई बिरहोर टोला स्थित आंगनबाड़ी केंद्र को मॉडल आंगनबाड़ी बनाने हेतु आम सभा का आयोजन किया गया। अध्यक्षता लोकाई के मुखिया चमारी साव ने किया। मुखिया चमारी साव ने कहा कि आंगनबाड़ी केंद्र अब खिचड़ी केंद्र नहीं बल्कि, बच्चों के लिए प्री नर्सरी स्कूल है। जहां, बच्चे सुरक्षित एवं बेहिचक होकर खेल-खेल में षिक्षा एवं पोषाहार प्राप्त करता है। उन्होंने उपस्थित सभी अभिभावकों से नियमित रूप से बच्चों को आंगनबाड़ी भेजने की अपील की। 

वहीं, संस्था सचिव इन्द्रमणि साहू ने कहा कि 0-6 आयुवर्ग तक के बच्चों की स्वास्थ्य एवं पोषण की स्थिति को बढ़ाने, बच्चों के समुचित मानसिक, शारीरिक एवं सामाजिक आधार की रचना करने, बाल मृत्यू दर, कुपोषण तथा ड्रॉप आउट की दर को कम करने, माताओं को स्वास्थ्य एवं पोषण की जानकारी देने एवं स्कूलपूर्व षिक्षा सुनिष्चित करने हेतु आंगनबाड़ी केंद्र संचालित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि इस केंद्र को संस्था समर्पण के द्वारा मॉडल बनाने का निर्णय लिया गया है। इसके लिए आप सभी सहयोग अपेक्षित है।
बैठक में समर्पण के बसंती देवी, ओमप्रकाष सिंह, सीएसआरडी, महाराष्ट्र से इंटरेंसशीप करने आये संगापाल चौधरी, प्रषांत चिट्टे, आंगनबाड़ी सेविका सोनी देवी, पोषण सखी पूनम सिंह, गुडिया देवी, अनिता देवी, शीला देवी, रेखा देवी, रिंकी बिरहोरिन, बेबी देवी, सुमा बिरहोरिन, राजू साव, भुटका बिरहोर, रोहन बिरहोर, मिथुन बिरहोर सहित कई लोग उपस्थित थे।

बच्चों की देखभाल और सहायता करने वाला सिर्फ एक फोन की दूरी है....Call 1098

समर्पण एवं चाइल्डलाइन इंडिया फाउंडेषन की ओर से चंदवारा उ0 हाई स्कूल में खुला सत्र का आयोजन किया गया। मौके पर बच्चों ने गीत-संगीत के माध्यम से अपने को अभिव्यक्त किया। बच्चों ने बाल विवाह, विधालय में संसाधनों व षिक्षकों के अभाव के मुद्दे को भी उठाया। किषोरी क्लब के सदस्यों ने बाल विवाह पर एक नुक्कड नाटक भी प्रस्तुत किया। 
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए चाइल्डलाइन के समन्वयक तुलसी कुमार साव ने कहा कि बच्चों की देखभाल और सहायता करने वाला सिर्फ एक फोन की दूरी है। जब आप कोई बच्चा मानसिक, आर्थिक, शारीरिक एवं भावनात्मक रूप से शोषित व प्रताड़ित होते देखें तो 1098 पर कॉल कर जानकारी देकर बच्चों को राहत देने का कार्य कर सकते हैं। यह कॉल बिल्कुल टॉलफ्री और 24 घंटे सेवारत हैं। 
कार्यक्रम में समर्पण के शंकरलाल राणा, रेखा देवी, जितेन्द्र कुमार, अंजनी देवी, मीना देवी सहित दर्जनों की संख्या में स्कूली बच्चों एवं महिलाओं ने भाग लिया।