Saturday, February 28, 2015

कुपोषण मुक्त पंचायत बनाने का निर्णय

कुपोषण के मुद्दे पर पंचायत स्तर के फ्रंट लाइन सामुदायिक कार्यकर्ता, जनप्रतिनिधिं, महिला पर्यवेक्षिका, एएनएम, सहिया, सहिया साथी, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, बीटीटी एवं महिला मंडल के सदस्यों के साथ कुपोषण के मुद्दे पर संस्था समर्पण के द्वारा पंचायत भवन इंदरवा में एकदिवसीय सामुदायिक संवेदीकरण कार्यषाला सह बैठक का आयोजन किया गया।  
कार्यषाला को संबोधित करते हुए मुखिया प्रभु यादव ने कहा कि हम अपने पंचायत को कुपोषण के मुद्दे पर मुक्त पंचायत बनाने के लिए कोई कोर-कसर नहीं छोंडेंगे। उन्होंने कहा कि आंगनबाड़ी के बेहतर संचालन एवं सुविधाओं को लाभूकों तक पहुंचाने के लिए हमें आप सभी का सहयोग चाहिए।  
बीटीटी बाल मुकुन्द प्रसाद ने कहा कि अपने बच्चों व महिलाओं को कुपोषण से बचाने के लिए बाल विकास परियोजना के साथ-साथ बच्चों के माता-पिता, अभिभावक, परिवार एवं समुदाय की महत्वपूर्ण भुमिका है। उन्होंने कहा कि बाल विकास परियोजना में तहत 0-6 आयु वर्ग के सभी बच्चों के संपूर्ण विकास, किषोरियों, गर्भवती व धातृ महिलाओं को स्वस्थ्य रखने एवं समुचित पोषण आहार से युक्त करने की व्यवस्था है। यदि न मिले तो आवाज बंुलंद करें। 
पंचायत समिति सदस्य तारा देवी ने कहा कि रेटी टू ईट आंगनबाड़ी से लेना और इस्तेमाल करना जरूरी है। उन्होंने कहा कि सरकार की चीज फ्री का चीज समझ कर इस स्कीम का खिल्ली न उडायें। 
रांची से आये सृजन फाउन्डेषन के शेखर कुमार सिंह ने कहा  आंगनबाड़ी केंद्रों में वजन मषीन नहीं है और न ही नियमित ग्रोथ माॅनिटरिंग हो रहा है। जिसका खमियाजा हम सभी को भुगतना पड़ रहा है। उन्होंने कुपोषण की मुक्ति के लिए नियमित जांच, टीकाकरण, स्तनपान, खान-पान, संस्थागत प्रसव, ममता, एमटीसी आदि का भरपूर लाभ उठाने की बात कही।  
जिला विधिक सेवा प्राधिकार से जुड़े बालेष्वर राम ने बाल विवाह कानून की जानकारी देते हुए कहा कि जब-जब नियमों व कानूनों का उल्लंघन हुआ है तब तब इसका दुष्परिणाम समाज को भुगतना पड़ा है। उन्होंने कम उम्र में शादी नहीं करने एवं आंगनबाड़ी के बेहतर संचालन में सहयोग करने के लिए समुदाय को आगे आने की बात कही। 
कार्यषाला को कृषि विषेषज्ञ राम किषुन प्रसाद, कानूनी सहायता केंद्र के प्रभारी तुलसी कुमार साव, पंसस तारा देवी, पंसस गणेष दास, आरटीआई कार्यकर्ता विजय यादव, चमेली देवी, मीना देवी, बसंती देवी, मीना बनर्जी, विमला देवी, आषीष कुमार, मंजू देवी, सुनिता देवी, रेणु देवी, गांगो यादव, प्रकाष साव, वार्ड सदस्य राजकुमार पासवान, मोनू सहित 48 लोगों ने भाग लिया।  

Wednesday, February 25, 2015

कुपोषण के मुद्दे पर एकदिवसीय सामुदायिक संवेदीकरण कार्यषाला सह बैठक का आयोजन

'सफल नेटवर्क' अंतर्गत ''अडाॅप्ट ए पंचायत'' अभियान 2015 के तहत संस्था समर्पण के द्वारा चितरपुर स्कूल प्रागंण में एकदिवसीय सामुदायिक संवेदीकरण कार्यषाला सह बैठक का आयोजन किया गया। कार्यषाला को संबोधित करते हुए अधिवक्ता षिवनंदन कुमार शर्मा ने कहा कि कुपोषण बहुत सारे सामाजिक, आर्थिक व राजनैतिक कारणों का परिणाम है। उन्होंने भूख एवं गरीबी को राजनीतिक ऐजेंडा में रखने एवं झारखंड के गांवों को कुपोषण, बाल विवाह, बाल श्रम, भेदभाव, षिषु मृत्यू से मुक्त करने के लिए समुदाय को आगे आने की बात कही।
पंचायत समिति सदस्य तारा देवी ने कहा कि कुपोषण का अर्थ है पोषण की कमी। उन्होंने कहा विभाग इसके लिए सक्रिय है लेकिन, हमलोगों के अंदर ही कमी है इसलिए हमलोग विभाग से मिलने वाली सुविधाओं का लाभ नहीं उठा पाते हैं। उन्होंने कहा कि सिर्फ दूसरे पर तोहमत लगाने मात्र से सिस्टम नहीं बदलने वाला है। उन्होंने अपने हक व अधिकारों की प्राप्ति के लिए महिला मंडल को सक्रिय व सामुहिक आवाज उठाने की बात कही। 
संस्था सचिव इन्द्रमणि साहू ने विषय प्रवेष कराते हुए कहा कि आज के समय कुपोषण अंतर्राष्ट्रीय समुदाय के लिए चिंता का विषय बना हुआ है। यहां तक की विष्व बैंक ने इसकी तुलना ‘ब्लैक डेथ‘ नामक महामारी से की है। उन्होंने कहा कि आंगनबाड़ी केंद्रों में बच्चों का वजन एवं वृद्धि चार्ट निर्माण कार्य नियमित रूप से नहीं हो रहा है। ज्यादातर केंद्रों में वजन मषीन खराब पड़े हुए हैं। उन्होंने कहा कि बाल विकास परियोजना के साथ-साथ बच्चों के माता-पिता, अभिभावक, परिवार एवं समुदाय की महत्वपूर्ण भुमिका है। 
कार्यक्रम समन्वयक आषीष कुमार ने जयनगर में महिला मंडल द्वारा हो रहे साकारात्मक प्रयासों की चर्चा करते हुए कहा कि आजीविका की समस्याओं का हल करके हम इसे रोक सकते हैं। उन्होंने बाल विवाह एवं बेटियों के साथ भेदभाव नहीं करने की बात कही। 
मौके पर नये आंगनबाड़ी, नियमित टीकाकरण, वजन, ग्रोथ चार्ट, षिषु मृत्यू दर में कमी, जंगल सुरक्षा एवं पानी की समस्या के लिए जनावेदन तैयार कर उपायुक्त को सौंपने का निर्णय लिया गया। 

Wednesday, February 11, 2015

नईटांड़ में एकदिवसीय जागरूकता कार्यक्रम

संस्था समर्पण एवं भारती किसान क्लब के संयुक्त तत्वावधान में नईटांड़ में एकदिवसीय जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में मुख्य रूप से कृषि विज्ञान केंद्र के जिला समन्वयक बी. के. सिंह, नाबार्ड के डीडीएम भास्कर मिर्धा, कृषि विषेषज्ञ राम किषुन प्रसाद, कानूनी सहायता केंद्र के प्रभारी बालेष्वर राम, मुखिया किषोर साव एवं संस्था सचिव इन्द्रमणि साहू आदि उपस्थित थे। 
बी. के. सिंह ने कहा कि खेती का मतलब सिर्फ धान उगा लेना मात्र नहीं है। उन्होंने कहा कि नई तकनीक से खेती करने का हूनर सीखना आज हर किसानों के लिए आवष्यक है। उन्होंने जैविक खेती करने पर बल दिया।
डीडीएम भास्कर मिर्धा ने कहा कि किसान क्लब के बेहतर संचालन से जहां आर्थिक विकास के साथ-साथ सामाजिक बदलाव भी संभव है। 
राम किषुन प्रसाद ने बीज, खाद, पानी, टेक्नीक, मौसम, बाजार और बीमा की जानकारी विस्तार से दी। वहीं बालेष्वर राम ने कानूनी पक्षों की जानकारी देते हुए कहा संगठित आवाज से व्यवस्थाएं बदलती है। क्लब की नियमित बैठक एवं व्यवस्था की कमियों व खामियों के विरूद्ध आवाज उठाना निहायत जरूरी है।

Wednesday, February 4, 2015

नुक्कड़ नाटक के माध्यम से वितीय साक्षरता कार्यक्रम

संस्था समर्पण के द्वारा जिले के सभी 109 पंचायतों में नुक्कड़ नाटक के माध्यम से वितीय साक्षरता कार्यक्रम का आज शुभांरभ एलडीएम सुषील कुमार के द्वारा उद्घाटन कर किया गया। झुमरी पंचायत से प्रारंभ हुए इस कार्यक्रम मंे मुख्य रूप से नाबार्ड के डीडीएम भास्कर मिर्धा, एफएलसीसी के जिला समन्वयक सुधीर कुमार, आरसेटी के निदेषक बृन्दा प्रसाद, मुखिया महादेव दास, पंसस गणेष दास, संस्था सचिव इन्द्रमणि साहू आदि उपस्थित थे। मौके पर समर्पण के कलाकारों ने प्रधानमंत्री जन धन योजना, किसान क्लब, महिला स्वयं सहायता समूह, मोबाईल इंटरनेट बैंकिंग, एटीएम कार्ड, केसीसी एवं बैंकों से मिलनेवाली सुविधाओं की
जानकारी नुक्कड़ नाटक के माध्यम से दी गयी। उपस्थित अधिकारियों ने भी अपने संबोधन में कहा कि जरूरत पड़े तो महाजन के बजाय बैंक या स्वयं सहायता समूह से ही कर्जा लेना बेहतर है। बैंक अब आपके द्वार पहुंचकर लाभ देने के लिए तैयार है। सभी के नाम अपना बचत खाता होना बेहद जरूरी है। इसके लिए जीरो वैलेंस पर खाता खोला जा रहा है और सभी खाता को आधार कार्ड से जोड़ा जा रहा है। 
इसके बाद समर्पण के कला जत्था द्वारा करमा एवं छतरबर पंचायत में नुक्कड़ नाटक के माध्यम से वितीय साक्षरता पैदा करने का प्रयास किया गया। जहां मुखिया मंजू देवी एवं करमा के पंसस मुखतार अंसारी, कपुरवा देवी, चमेली देवी, कविता देवी, वार्ड सदस्य विजय यादव सहित सैकड़ों लोगों ने भाग लिया।