Saturday, December 10, 2016

अपने अधिकारों को जानने एवं मौलिक कर्तव्यों को समाज हित में उपयोग करने का संकल्प..

मानवाधिकार दिवस के अवसर पर समर्पण, जिला विधिक सेवा प्राधिकार एवं फेम झारखंड की ओर से इंदरवा पंचायत भवन में बराबरी की बात सबके साथ विषय पर एकदिवसीय कार्यषाला का आयोजन किया गया। कार्यषाला के मुख्य अतिथि जिला जज ;द्वितीयद्ध संजय कुमार सिंह, एसीजेएम सह डालसा सचिव अजय कुमार श्रीवास्तव, न्यायायिक दंडाधिकारी एसआर सौरेन, अधिवक्ता धीरज जोषी, कुमार रौषन, समर्पण सचिव इन्द्रमणि साहू आदि उपस्थित थे।
कार्यषाला को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि जिला जज द्वितीय संजय कुमार सिंह ने कहा कि कम उम्र में शादी तथा महिलाओं पर हिंसा एक सामाजिक अभिषाप है। जब हम सभी इस अभिषाप के खिलाफ उठ खडें होंगे तभी समाज में नया बदलाव संभव है। उन्होंने कहा कि आम तौर पर बेटियां को बेटे की तुलना मे कमतर अांका जाता है जिससे समाज में गैर बराबरी की स्थिति उत्पन होती है। उन्होंने उपस्थित नागरिकों व बच्चों से अपने अधिकारों को जानने एवं मौलिक कर्तव्यों को समाज हित में उपयोग करने का संकल्प कराया।
डालसा सचिव अजय कुमार श्रीवास्तव ने संस्था के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि बाल अधिकारों की सुरक्षा के लिए कई आयोग बनाये गये हैं, चाइल्डलाइन सेवा 1098, स्थानीय स्तर पर थाना या जिला विधिक सेवा प्राधिकार की सेवा उपलब्ध है। जो बाल अधिकारों व मानवाधिकारों के हनन के खिलाफ वाले मामले पर निगरानी रखता है। उन्होंने कहा कि अधिकांष बच्चों को पूरी षिक्षा नहीं मिल पाती है। जबकि, देष में षिक्षा अधिकार कानून एवं स्कूलों में कई तरह की सुविधाएं उपलब्ध हैं। उन्होंने कहा कि बचपन से ही लड़कियों के साथ भेदभाव, डायन व अन्य केस-मुकदमों में फंसकर आर्थिक क्षतिग्रस्त होना, अधिकारों से वाकिफ रहते हुए कर्तव्यों से दूर भागना, योजनाओं का लाभ न लेना, दूसरों के हित में स्वयं को न लगाना कहीं न कहीं हमारा पिछड़ापन की निषानी है।

न्यायायिक दंडाधिकारी एसआर सौरेन, अधिवक्ता धीरज जोषी एवं कुमार रौषन ने मानवाधिकार दिवस के उद्देष्यों, सरकार की ओर से चलायी जा रही योजनाओं एवं विकासषील नीतियों की जानकारी देते हुए कहा कि बच्चे देष के वर्तमान व भविष्य हैं, इनके नैसर्गिक प्रतिभा विकास में हम सभी सहयोग कर एक सबल राष्ट्र का निर्माण करें।

संस्था सचिव इन्द्रमणि साहू ने कहा कि संस्था के द्वारा किये जा रहे प्रयासों की जानकारी देते हुए कहा कि बराबरी के रिश्ते परिवार व समाज के विकास के लिए आवश्यक है। उन्होंने बराबरी की बात सबके साथ अभियान से जुड़ने व परिवर्तन के साथी बनने की अपील की। ।