Friday, September 30, 2016

ढोढ़ाकोला की किशोरियां अब अपना भाग्य खूद लिखेंगी.....

माईका माइंस एरिया ढोढ़ाकोला की किशोरियां अब न ढ़िबरा चुनने जायेंगी और न ही 18 साल से पहले शादी करेंगी। किशोरियां उच्च शिक्षा हासिल कर एवं हूनर सीखकर अपनी जिंदगी गढेंगी। अपना भाग्य खूद लिखेंगी। ऐसा फैसला आज स्वयंसेवी संस्था समर्पण द्वारा समसिहरिया गांव में आयोजित रोज किशोरी क्लब के सदस्यों के क्षमतावर्द्धन कार्यशाला में लिया गया। किशोरियों ने कहा कि हमारे इलाके में समस्याओं का अंबार है। हाई स्कूल नहीं है। आठवीं तक के लिए विधालय हैं, परंतु पर्याप्त शिक्षक नहीं है। लिहाजा, हमलोगों की पढ़ाई ढंग से नहीं हो पाती है। विधालयों में संसाधनों का घोर अभाव है। इन सभी समस्याओं के विरूद्ध किशोरियां आवाज उठायेंगी।
कार्यशाला को संस्था सचिव इन्द्रमणि साहू, चाइल्डलाईन के रेखा देवी, तुलसी कुमार साव, आशुतोष कुमार सिन्हा, सन्नी कुमार, संतोष कुमार पांडेय आदि ने संबोधित किया।

Thursday, September 22, 2016

ऐन्युअल स्टेटस आॅफ एजुकेशन रिर्पोट (असर) 2016 के लिए संस्था समर्पण का चयन

ऐन्युअल स्टेटस आॅफ एजुकेशन रिर्पोट (असर) 2016 के लिए संस्था समर्पण एवं प्रथम संस्था की ओर से गुणात्मक शिक्षा का मूल्यांकन हेतु जिलास्तरीय तीन दिवसीय उन्मुखीकरण प्रशिक्षण कार्यक्रम का आज समापन हुआ। वर्णवाल सेवा सदन में आयोजित इस कार्यक्रम में रांची से आये मास्टर ट्रैनर के रूप में प्रभाकर कुमार, जितेन्द्र कुमार, भोलानाथ एवं संस्था सचिव इन्द्रमणि साहू उपस्थित थे। 
प्रभाकर कुमार ने प्रतिभागियों को जानकारी देते हुए कहा कि ऐन्युअल स्टेटस आॅफ एजुकेशन रिर्पोट (असरद्) शिक्षा के क्षेत्र में हर साल राष्ट्रीय स्तर पर घरों में किया जाने वाला सबसे बड़ा सर्वेक्षण है जो यह पता लगाता है कि क्या बच्चे विधालय में नामांकित हैं और क्या वे सीख रहे हैं। यह सर्वेक्षण प्रथम संस्था के नेतृत्व में किया जाता है। कोडरमा में इस कार्य हेतु समर्पण नामक संस्था का चयन किया है।
प्रशिक्षकों ने बताया कि असर एवं समर्पण की टीम जिले के सभी प्रखंड़ों से 30 गांवों के 600 घरों का चयन कर रैंडम सर्वे कर 3-16 आयुवर्ग के बच्चों से हिन्दी, गणित एवं अंग्रेजी के कुछ बुनियादी प्रश्न एवं कुछ सरल पाठ से बुनियादी शिक्षण स्तरों की जांच करेंगे। इस कार्य के लिए समर्पण ने 30 सर्वेक्षकों को लगाया गया है। 

Wednesday, September 7, 2016

राष्ट्रीय पोषण सप्ताह के तहत पोषण उत्सव सह जागरूकता शिविर....

समर्पण एवं क्रेज की ओर राष्ट्रीय पोषण सप्ताह के तहत बसधरवा आंगनबाड़ी केंद्र में पोषण उत्सव सह जागरूकता शिविर कार्यक्रम के साथ आज यह अभियान समाप्त किया गया। समापन समारोह में मुख्य अतिथि सीडीपीओ साधना चौधरी एवं संस्था के सचिव इन्द्रमणि साहू उपस्थित थे।
सीडीपीओ साधना चौधरी ने गर्भवती माताओं के खान-पान, टीकाकरण, पोषण, साफ-सफाई, गोद भराई के रस्मों-रिवाज, गांव में प्रचलित परंपरा और अवधारणाओं आदि की जानकारी देते हुए कहा कि झारखंड में कुपोषण के मामले बढ़ रहे हैं। इससे निजाद दिलाना हम सभी माताओं का कर्तव्य हैं। उन्होंने कहा कि छह माह तक बच्चों को कोई उपरी आहार नहीं दें। पानी, घुट्टी, मिस्स्री ताल भी नहीं। सिर्फ मां का दूध ही दें। उन्होंने कहा कि बच्चे को पहले खिरसा दूध ही दें। इससे बच्चों को हर तरह का पोष्टिक आहार मिल जाता है और कुपोषण आदि से मुक्ति भी।
संस्था सचिव इन्द्रमणि साहू ने पिछले एक सप्ताह से चलाये जा रहे इस अभियान की जानकारी देते हुए कहा अपने व्यवहार एवं कार्यशैली में बदलाव लाकर जच्चे-बच्चे को बचा सकते हैं। उन्होंने कहा कि बच्चों के बेहतर स्वास्थ्य के लिए 1000 दिन की देखरेख, गर्भावस्था एवं धातृ अवस्था के दौरान अतिरिक्त आहार एवं आसपास की साफ-सफाई की आवश्यकता है।
सेविका संध्या राय ने आंगनबाड़ी की 6 सेवाओं एवं सरकार की ओर से चलायी जा रही योजनाओं की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि आंगनबाड़ी महज खिचड़ी केंद्र नहीं है बल्कि अब नर्सरी स्कूल हो गया है। यहां बच्चों का नियमित टीकाकरण एवं वृद्धि अनुश्रवण भी होता है। उन्होंने बच्चों को आंगनबाड़ी केंद्र नियमित भेजने की अपील की।