Tuesday, February 25, 2014

जीवन में खुषहाली लाने के लिए जन चेतना, जल चेतना और वन चेतना जरूरी

जयनगरः 25 फरवरी। स्वयंसेवी संस्था SAMARPAN एवं NABARD के संयुक्त तत्वावधान में आज कृषि विज्ञान केंद्र के सभागार में तीन किसान क्लबों का आधारस्तरीय परिचयात्मक प्रषिक्षण षिविर का आयोजन किया गया। जिसमें भारती किसान क्लब, नईटांड, बजरंग किसान क्लब, रूपायडीह एवं नूरी किसान क्लब, रघुनियाडीह शामिल है। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि जिला कृषि पदाधिकारी सुरेन्द्र सिंह, नाबार्ड के डीडीएम भास्कर मिर्धा, कृषि विज्ञान केंद्र के प्रोग्राम काॅर्डिनेटर डा0 वि0 के0 सिंह, वरिष्ठ समाजसेवी आर्य राजकिषोर मोदी एवं संस्था सचिव इन्द्रमणि साहू आदि उपस्थित थे। 
मुख्य अतिथि सुरेन्द्र सिंह ने कहा कि आज जीवन में खुषहाली लाने के लिए जन चेतना, जल चेतना और वन चेतना जरूरी है। उन्होंने कहा कि प्राकतिक जल संरक्षण जरूरी है, इसके लिए गांव का पानी गांव में, खेत का पानी खेत में और खेत की मिट्टी खेत में रखने की सख्त जरूरत है। उन्होंने श्रीविधि से खेती करने, समय-समय पर बीजापचार करने, केचुआ खाद ईकाई की स्थापना करने एवं नये तकनीक के जरिए खेती करने पर बल दिया। 
डीडीएम भास्कर मिर्धा ने कहा कि जिला व राज्य में खेती के क्षेत्र में योजनाओं  एवं पैसों की कमी नहीं है। बैंक एवं विभाग द्वारा कई तरह के लाभ किसानों के दिये जा रहे हैं लेकिन, जागरूकता के अभाव में वे लाभ नहीं ले पा रहे हैं। उन्होंने कहा कि खेतों के जरिए जीवन में हरियाली लाने के उद्देष्य से संस्था द्वारा की जा रही यह पहल काफी सराहनीय है। उन्होंने नई तकनीक के जरिए खेती करने, सामुहिक निर्णय और सामुहिक खेती करने पर विषेष जोर दिया।
वरिष्ठ समाज सेवी आर्य राज किषोर मोदी ने कहा कि आज खेतो का आकार छोटा हो गया है। जिससे वैज्ञानिक तरीके व तकनीकी ढंग से खेती करने में अड़चने आ रही है, इन अड़चनों से उबरने के लिए चकबंदी जरूरी है। उन्होंने किसानों को जैविक, जीवंत व सतत-संरक्षित कृषि प्रणाली पर विषेष प्रकाष डाला। 
कृषि वैज्ञानिक डा. बीके सिंह ने श्रीविधि, टपक सिचाई प्रणाली, पाली हाउस के जरिए खेती की संभावनाओं पर विषेष प्रकाष डाला और कहा कि आज किसान उपेक्षित है और कृषि कार्य घाटे की चीज हो गया है। इसके पीछे हमारा पुरानी मानसिकता व पुराना तकनीक जिम्मेवार है। 
कार्यक्रम में मुख्यरूप से मीना देवी, नारायण शर्मा, भीखी पासवान, खेमन साव, सतीष मालाकार, आत्मा के बीटीएम संतोष कुमार सिंह, कृषि विषेषज्ञ मनिष कुमार, अफाक खान, रहमान खान, मुखिया किषोर साव, विजय कुमार पंडित, विनोद साव, वज्रभूषण साव, संतोष राम, दामोदर साव, चंद्रिका यादव, चन्द्रिका साव सहित 60 किसानों ने भाग लिया।

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