Monday, February 3, 2014

अनुसूचित जाति, अनुसूचित जन जाति के अधिकारों को लेकर एकदिवसीय संगोष्ठी का आयोजन

कोडरमाः 3 फरवरी। दलित अधिकार सुरक्षा मंच, समर्पण, वीर झारखंड विकास सेवा मंच एवं निदान संस्थान के संयुक्त तत्वावधान में आज स्थानीय वर्णवाल सेवा सदन, कोडरमा में अनुसूचित जाति, अनुसूचित जन जाति के अधिकारों को लेकर एकदिवसीय संगोष्ठी का आयोजन किया गया। जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में मंच के प्रांतीय संयोजक बिनोद कुमार उपस्थित हुए। उन्होंने कहा कि सर्वहारा वर्ग का जमीन लूट लेना, उनके बहु-बेटे-बटियों को नौकर-नौकरानी बनाकर रखना, सरकारी स्कूलों में हमारे बच्चों को क्वालिटी एडुकेषन नहीं मिलना भी एट्रोसिटी एक्ट का ही हिस्सा है। जरूरत है सर्वहारा वर्ग को जगने और उनकी लड़ाई तेज करने का। उन्होंने कहा योजनाओं व नीतियों को शत-प्रतिषत ग्रासरूट में अनुपालन होने से विकास दिखने लगेगा। इसे जमीन पर उतारने के लिए सामुहिक नेतृत्व, श्रम दान, हर माह संवाद चक्र चलाना एवं जिला में लिगल एड कमिटि एवं सलाहकार कमिटी बनाकर काम करने की सलाह दी और उक्त कमिटी बना भी। जिसमें जिले के अधिवक्ताओं एवं समाज चिंतकों को शामिल किया गया। 
बसपा के जिलाध्यक्ष प्रकाष अम्बेदकर ने कहा कि सामंतवादी व्यवस्था और इससे उपजे व्यवस्थागत खामियों को उखाड़ फेकना पड़ेगा। 
जिला विधिक सेवा प्राधिकार के बालेष्वर राम ने संवैधानिक व सामाजिक अधिकारों को लेकर काफी चर्चा की और कहा कि मात्र षिक्षित होने से विकास संभव नहीं है बल्कि, मानसिक सोच में परिवर्तन लाना जरूरी है। 
दलित चिंतक दिनेष कुमार दास ने कहा कि आज भी दलित समाज हाषिये पर है। उन्होंने कहा कि कानून का अनुपालन जिला में नहीं हो रहा है। 
आर्य राज किषोर मोदी ने कहा कि हमें जाति से उपर उठकर काम करने की जरूरत है। उन्होंने शराब के विरूद्ध एवं चकबंदी के लिए अभियान चलाने की बात कही। 
अधिवक्ता सह जिला अभिभावक संध के जिलाध्यक्ष राज कुमार सिंह ने कहा कि आज पढे-लिखे फौज खड़ा करने की जरूरत है। उन्होंने षिक्षा अधिकार कानून को जिला में शत प्रतिषत अनुपालन कराने के लिए हर नागरिक को सामाजिक दायित्व के रूप में लेना चाहिए।
अधिवक्ता षिवनंदन शर्मा एवं भुनेष्वर राणा ने कहा कि थाना में एट्रोसिटी के मामले दर्ज तो होते हैं पर अधिकारियों पर राजनीतिक दवाब पड़ने पर उन्हें मजबूरन मामले को झूठे करार कर दिये जाते हैं। 
वार्ड पार्षद अषोक कुमार यादव ने बीपीएल में भारी गड़बड़ी का मामलों को उजागर किया। 
युवा राजद के प्रदेष सचिव सह अनुसूचित जाति-जनजाति निवारण समिति सदस्य अषोक कुमार दास ने कहा कि विषेष अंगीभूत योजनाओं में भारी गड़बड़ी है। उन्होंने कहा कि एट्रोसिटी मामले जो दर्ज हो रहे हैं उस पर उचित मुवाअजा भी नहीं मिल रहा है। 
सिविल सोसाईटी के राम किषुन सुंडी ने कहा कि आज दलित समाज में अज्ञान, आषक्ति और अभाव के विरूद्ध काम करने की जरूरत है। उन्होंन गाय, माय और धरती की रक्षा करने की बात कही। 
कार्यक्रम में मुख्य रूप से समर्पण के कार्यक्रम समन्वयक आषीष कुमार, नारायण शर्मा, अधिवक्ता रीना कुमारी, अजय कुमार, पवन पासवान, रेणु वर्णवाल, भोला प्रसाद यादव, सुरेन्द्र प्रसाद, रेणु पांडेय, संजय कुमार, योगेन्द्र गुप्ता, दिलीप कुमार, सत्येन्द्र प्रसाद, तुलसी कुमार साव, बसंती देवी, मीना देवी, सुनिता देवी, देवराज रविदास, नरेष कुमार मोदी, रामू वर्णवाल, मुखिया मंजू देवी, मनोज पासवान संगीता, कल्याण फाउंडेषन के मेरियन सोरेन सहित कोडरमा, चंदवारा, मरकच्चो, जयनगर एवं डोमचांच प्रखंड के 6 दर्जन लोगों ने भाग लिया।
इस संवाद चक्र की अगली बैठक चंदवारा में दिनांक 16 फरवरी एवं 28 फरवरी को मरकच्चो में करने  का निर्णय लिया। 
कार्यक्रम का संचालन समर्पण के सचिव इन्द्रमणि साहू एवं धन्यवाद ज्ञांपन निदान संस्थान के सुनिल कुमार ने किया। 

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