Monday, March 10, 2014

ग्राम स्वास्थ्य एवं पोषण दिवस सषक्तिकरण अभियान के तहत कोडरमा में जिलास्तरीय लोक मूल्यांकन प्रस्तुतिकरण कार्यषाला का आयोजन

कोडरमाः 10 मार्च। स्वयंसेवी संस्था समर्पण, सीनी एवं युनिसेफ के संयुक्त तत्वावधान में आज बिरसा सांस्कृतिक भवन, कोडरमा में जिलास्तरीय लोक मूल्यांकन प्रस्तुतिकरण कार्यषाला का आयोजन किया गया। ग्राम स्वास्थ्य एवं पोषण दिवस सषक्तिकरण अभियान के तहत आयोजित इस कार्यषाला में मुख्य अतिथि सीनी एवं युनिसेफ के प्रतिनिधि सह सहिया संदेष के संपादक शक्ति पांडेय, डोमचांच के सीडीपीओ सुनिता अग्रवाल, झुमरी पंचायत के मुखिया महादेव दास, एएनएम राधा कुमारी, ममता सिंह एवं संस्था सचिव इन्द्रमणि साहू आदि उपस्थित थे। 
कार्यषाला में आंगनबाड़ी केंद्रों में आयोजित होने वाले ग्राम स्वास्थ्य और पोषण दिवस का लोक मूल्यांकन के दौरान उभरे तथ्यों का प्रस्तुतिकरण किया गया। जिसमें कहा गया कि जिले में स्वास्थ्य एवं पोषण दिवस कार्यक्रम का सही क्रियान्वयन नहीं हो रहा है। विभागीय लापरवाही, समय पर पोषाहार का फंड रिलिज नहीं होना और समय-समय पर मूल्यांकन नहीं होना इसका मुख्य कारण है। संस्था द्वारा 79 आंगनबाड़ी केंद्रों का लोक समीक्षा की गयी, जो तथ्य आए हैं, वह चैकाने वाले हैं, जिसे संबंधित विभाग को सौंपा जायेगा। 
श्री पांडेय ने कहा कि टीएचआर का पैसा आंगनबाड़ी को समय पर नहीं मिलता है, यह सभी को पता है इसके बावजूद इस दिवस के अवसर पर कई कार्य होने हैं जिसे करने की जवाबदेही सभी आंगनबाड़ी सेविका, एएनएम एवं आंगनबाड़ी स्तर पर गठित माॅनिटरिंग कमिटी की होती है। उन्होंने कहा सेवाओं के प्रति लोगों को जवाबदेह बनाना, सेवाओं में पारदर्षिता लाना एवं सेवाओं में भागीदारी सुनिष्चित करने के लिए यह अभियान चलाया गया। आगे भी यह कार्यक्रम चलता रहेगा जिसमें आप सबों का सहयोग अपेक्षित है। 
मुखिया महादेव दास ने कहा कि पूरक पोषाहार, प्रसव पूर्व जांच, टीकाकरण, स्वच्छ पेयजल, स्तनपान, परिवार नियोजन, खान-पान आदि मामले बच्चों एवं बच्चों के मां पर आधारित हैं जिसके लिए हमसबों को अपनी जवाबदेही ईमानदारीपूर्वक निभाना चाहिए। 
संस्था सचिव इन्द्रमणि साहू ने संचालन करते हुए कहा कि बच्चों के अधिकारों की बहाली के लिए संस्था विगत 10 वर्षो से कार्य कर रही है। जो आंकड़े आये हैं उसको लेकर संबंधित विभाग से मिलकर इसे सषक्त करने का प्रयास किया जायेगा। उन्होंने कहा कि जागरूकता के अभाव, ग्रामीणों द्वारा आवाज नहीं उठाये जाने एवं पढ़े-लिखे लोगों द्वारा अपनी सामाजिक जवाबदेही नहीं निभाये जाने के कारण आज सरकार की योजनाएं गांव तक नहीं पहुंच रही है 
कार्यषाला में एएनएम, आंगनबाड़ी सेविकाओं एवं पंचायत जनप्रतिनिधियों ने भी अपनी समस्याओं को बाखूबी रखा।
कार्यषाला में मुख्य रूप से आषीष कुमार, शकुन्तला मेहता, राधा कुमारी, सुनिता देवी, गीता देवी, मुनिता देवी, बसंती देवी, पुष्पलता देवी, सरिता देवी, आरती देवी, कंचन देवी, गायत्री देवी, शषि देवी, रिंकु देवी, सीमा देवी, कंचन बाला, अनीता देवी, अधिवक्ता षिवनंदन शर्मा, सुधीर कुमार, राजेन्द्र दास, अंजनी गौतम मेहता, मंजू देवी, फरजाना खातुन, प्रभु दास, विजय राम, सहित डोमचांच, जयनगर एवं कोडरमा के 120 सेविका, सहिया, जल सहिया, पंचायत जनप्रतिनिधि, एएनएम, महिला मंडल के सदस्यगण उपस्थित थे। 
धन्यवाद ज्ञांपन कल्याण फाउंडेषन के सचिव मेरियन सोरेन ने किया। 


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