Tuesday, November 25, 2014

बाल अधिकारों के संरक्षण में पुरूषों की जिम्मेदार पिता के रूप में भूमिका को लेकर जिलास्तरीय कार्यषाला का आयोजन

समर्पण के द्वारा पंचायत भवन लोकाई में बाल अधिकारों के संरक्षण में पुरूषों की जिम्मेदार पिता के रूप में भूमिका को लेकर जिलास्तरीय कार्यषाला का आयोजन किया गया। कार्यषाला में मुख्य रूप से समाजसेवी बहादुर प्रसाद यादव, जिला विधिक सेवा प्राधिकार के तुलसी कुमार साव, राम किसुन प्रसाद सुंडी, वार्ड सदस्य रघुनाथ कुमार दास, संस्था सचिव इन्द्रमणि साहू आदि उपस्थित थे।  
मौके पर बहादुर प्रसाद यादव ने कहा कि हिंसा व भेदभाव एक सामाजिक समस्या है और इसका समाधान कानून से नहीं, बल्कि समाजिक पहल से संभव है। उन्होंने कहा कि समाज में जेंडर समानता कायम करना अतिआवष्यक है। इसके लिए पुरूषों को आगे आने की जरूरत है। 
डालसा के तुलसी कुमार साव ने कहा कि पिता की भुमिका सिर्फ पैसा कमाना, संसाधन जुगाड़ करना या घर-परिवार में अनुषासन बनाए रखना नहीं है बल्कि उनकी जबावदेही व जिम्मेदारी इससे इतर भी है। उन्होंने बाल अधिकारों से संबंधित कानूनों व नीतियों की भी जानकारी दी। 
राम किसुन प्रसाद सुंडी ने कहा कि घर या बाहर महिलाओं व बच्चों को सुरक्षित बचपन व जिंदगी देने के लिए हम परूषों को अपनी सोच और व्यवहार में सकारात्मक बदलाव लाना होगा। उन्होंने भेदभाव रहित व हिंसा मुक्त परिवार व समाज बनाने के लिए नौजवानों को आगे आने की बात कही। 
संस्था सचिव इन्द्रमणि साहू ने विषय प्रवेष कराते हुए कहा कि संस्था जेंडर समानता एवं महिला हिंसा के विरूद्ध पहले महिलाओं के साथ और अब पुरूष वर्ग साथ काम करना प्रारंभ किया है। उन्होंने कहा कि हर पुरूष हिंसक नहीं हैं, सारे पुरूष हिंसा का समर्थन नहीं करते हैं। वे महिलाओं के साथ गैर बराबरी, भेदभाव तथा हिंसा के खिलाफ खड़े होना चाहते हैं लेकिन, सामाजिक मूल्यों तथा मान्यताओं के दबाव में खुलकर विरोध नहीं कर पाते हैं। 
षिविर में मुख्य रूप से वार्ड सदस्य सह आरटीआई कार्यकर्ता विजय यादव, काली प्रसाद यादव, अनिल यादव, सुभाष प्रसाद यादव, राजू कुमार, बसंती देवी, मेरियन सोरेन, एच.डी. सिंह, सोनी देवी, करिष्मा कुमारी, शकुन्तला देवी, गीता देवी, मंजू देवी, शांति देवी, आजाद, सोनू, पंकज कुमार आदि उपस्थित थे।

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