Wednesday, April 16, 2014

सामुहिक खेती, सामुहिक निर्णय और सामुहिक विकास जरूरी - डीडीएम

जयनगरः 16 अप्रैल। स्वयंसेवी संस्था समर्पण के द्वारा आज नईटांड गांव के भारती किसान क्लब के साथ कृषि विषेषज्ञों के साथ एकदिवसीय सहमिलन कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डीडीएम भास्कर मिर्धा, कृषि विज्ञान केंद्र के कृषि वैज्ञानिक चंचिला कुमारी एवं मनिष कुमार, मुखिया किषोर साव, संस्था सचिव इन्द्रमणि साहू आदि उपस्थित थे। 
कार्यक्रम में कृषि विषेषज्ञों द्वारा नई कृषि पद्धति एवं कम पानी, कम श्रम एवं कम पूंजी पर आधारित खेती की संभावनाओं पर विस्तार से जानकारी दी गयी। कृषि विषेषज्ञ चंचिला कुमारी ने कहा कि खेतों में लगातार युरिया, पोटास, डीएपी जैसे रासायनिक खाद डालने से खेतों की उर्वरा शक्ति क्षीण होती है। इसे बरकरार रखने के लिए पशुपालन पर जोर दिया जाना चाहिए, ताकि, गोबर से उसकी भरपाई की जा सके। मनिष कुमार ने जैविक खेती पर जोर दिया। 

डीडीएम भास्कर मिर्धा ने सामुहिक खेती, सामुहिक निर्णय और सामुहिक विकास पर विषेष जोर दिया। उन्होंने कहा कि किसान क्लब का नियम सभी लोग मिलकर बनाईये और सभी लोग मिलकर पालन किजिए। मानसिकता में बदलाव लाये बगैर हम विकास नहीं कर सकते।
कार्यक्रम को मुखिया किषोर साव  ने कहा कि गांव को स्वर्ग बनाने के लिए खेती परंपरा को जीवंत बनाना होगा।
कार्यक्रम को संस्था सचिव इन्द्रमणि साहू, प्रसिद्ध किसान रामचंद्र महतो, खेमन साव, नारायण साव, आषीष कुमार, बालदेव साव, सुनिल कुमार तिवारी, भुवनेष्वर साव आदि ने भी संबोधित किया।
कार्यक्रम में नईटांड के दर्जनों किसानों ने भाग लिया एवं कार्यक्रम के दूसरे सत्र में किसानों ने कृषि विषेषज्ञों को अपने-अपने खेतों का विजिट कराकर समस्या से उबरने के गुर सीखे। 

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